Sunday, May 18, 2008

यहाँ लोग भुलाने लगे है जयपुर

भोपाल

किसी भी बुरे वक्त को बहला कौन याद रखना चाहेगा अगर वो भी जयपुर के जैसा हादसा हो तो उसे भुला देना ही उचित होता है ना ?

कुछ ऐसा ही किया है आज इस शहर के अखबारों ने जो जैसे-तैसे इस हादसे को बिसराना चाहते है। बात यहाँ ये नहीं है कि उसे बार बार बता कर लोगों को बोर किया है मगर कम से कम वहां की जिंदगी की रफ़्तार को पेश कर उन लोगों को हमारे देश की महानता और लोगों की सहनशीलता को प्रस्तुत किया जा सकता है । किंतु ये बात साचा है की किसी समाचार पत्र ने ऐसा कोई प्रयास नहीं किया है ।

सन्डे पायोनीर ने युजयल सस्पेक्ट कालम में स्वप्न दास गुप्ता ने लिखा है ओनली जीरो टोलारेन्स कें एंड टेरर . दैनिक जागरण सन्डे के फ्रंट पर जयपुर का कोई जिक्र नहीं है हाँ नए गेस कनेक्सन पर रोक भोपाल हवाला मामले के अलावा भारत के अजलान्शाह के फायनल में जाने का समाचार केप्सन फोटो के साथ प्रकशित है ।

नव दुनिया का भी यही हाल है इसने विवादो में उलझा जनजातीय विवि और भारत के तेरह साल बाद की एंट्री को प्राथमिकता दी है साथ ही जयपुर मैं सिमी सदस्य के हिरस मैं आने का समाचार पहले पेज पर स्थान दिया है । कुछ ऐसा ही कलेवर राज एक्सप्रेस का है इस पेपर ने सरकारी नौकरियों से हटी पाबन्दी को प्रथम लीड बनाया है हवाला कांड और रिलायंस की फिल्मे बनने का मसाला परोसा है ।

एच टी ने पहले पेज पर स्टीमर में राजस्थान रायल्स टीम के मैच से पूर्व जयपुर विस्फोट में हताहतों को श्रद्धांजलि का समाचार फोटो सहित छापा है । दैनिक भास्कर ने अजलान्शाह में भारत के जाने के समाचार को फोटो केप्सन के साथ स्थान दिया है साथ ही फस्ट लीड में देश के सबसे मंहगे शहरों में भोपाल को रखा है इसके अलावा हवाला कांड खुलासा भोपाल के कीमत पर इन्दोर का विकास जैसे समाचारों को पहले पेज पर रखा है ।

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