Wednesday, June 18, 2008

हम तो झोला उठा के चले

भोपाल
दोस्तों और इस ब्लॉग के पाठकों,
अपने सेकेण्ड सेमेस्टर के एग्जाम के बाद अब हम जरा दिल्ली हो आते है।
आप जरा भी ये मत समझना की गुमने फिरने के लिए
अरे भाई अपनी इलेक्ट्रोनिक इंटर्नशिप के लिए
धन्यवाद फ़िर मिलते है
दुसरे ब्लॉग वाले भी इसे स्वीकार कर ले

राज चलल राजस्थान की और

भोपाल का जाना-माना समाचार पत्र राज़ एक्सप्रेस यहाँ राजस्थान पत्रिका के लोंच होने बाद राजस्थान के जयपुर से अपना संस्करण निकलने की तैयारी में है । जल्द ही जयपुर का मीडिया भोपाल के तरह अखाडा बनने को है । जैसा पत्रिका के यहाँ आने और भास्कर के राजस्थान में जाने पर हुआ था । फिलहाल राज़ अपने भोपाल इंदौर के बाद ग्वालियर और जबलपुर संस्करणों में लगा है उसके बाद रुख राजस्थान की और करेगा ।

Monday, June 16, 2008

भास्कर दे नाळ अब 'माही' दा सहारा


शाहरूख खान के जैसे बॉलीवुड सुपर स्टारके बाद अब दैनिक भास्कर ने अपना गेस्ट एडिटर क्रिकेट स्टार 'माही' यानि कि महेंद्र सिंहधोनी का सहारा लिया है । अब देखने वाली बात ये होगी की क्रिकेट की पिच पर अपने जादू के लिए जाने जाने वाले माही मीडिया में खासकर भास्कर के पाठकों को क्या और कितना रोमाचित कर पाते ।

- राज़ की सोच चाँदी से बढ़कर अब संस्करण विस्तार पर

हमेशा पाठकों के फायदे के लिए सोने चांदीके उपहार के लिए जनजाने वाला राज़ अब अपने संस्करणों के विस्तार पर आ गया है जिसमे जबलपुर और ग्वालियर से नए प्रकाशन के समाचार होर्डिंग दे रहे है ।

- झील का 'पेंदे' से ऑटो तक नवदुनिया पेपर का नाम

अपने नए रूप को लेने काफी लंबे समय के बाद भी नवदुनिया का प्रचार जारी है होर्डिंग बदल रहे है ।

- हटने लगे पत्रिका के होर्डिंग

अब ये काम होने लगे है बोर्ड ऑफिस,हबीबगंज रेलवे स्टेसन और कुछ इसे ही स्थान इसके उदारहण है । जहाँ अब पत्रिका के होर्डिंग नहीं दिखते है ।

मध्य प्रदेश में पत्रिका के 'भूकम्प' का पहला झटका

अपने जन सहयोग के लक्ष्य पर दो कदम आगे बढ़ते हुए पत्रिका ने गैस कांड पर सरकार के रूख को निशाना बनाया है । जिसके बाद जनता में काफी खलबली सी मची हुयी है ।

Saturday, June 7, 2008

आलोक मेहता नवदुनिया के साथ


मध्य प्रदेश की पत्रकारिता के क्षेत्र की हलचलों का असर अब दिल्ली तक में होने लगा है। हिन्दी के जाने माने,अनुभवी पत्रकार आलोक मेहता दिल्ली में नईदुनिया के प्रधान संपादक नियुक्त किए गए है। भोपाल से प्रकाशित समूह के नवदुनिया के मुताबिक नईदुनिया से ही अपने केरियर का आरंभ करने वाले आलोक मेहता इससे पहले आउटलुक के संपादक रहे ।

Friday, June 6, 2008

ना दिन को सकून, ना रात को चैन है .............हम पर ये कैसा जूनून है




राजस्थान पत्रिका ने मध्य प्रदेश में अपना संस्करण शुरू ही किया था कि भास्कर समूह ने भी कई आधारभूत बदलाव करना शुरू कर दिए।


अब इसी क्रम में भास्कर समूह अपने समाचार पत्र डीएनए का पांचवां संस्करण जयपुर में अंग्रेजी दैनिक डीएनए का पांचवां संस्करण राजस्थान की राजधानी जयपुर में शनिवार 7 जून से प्रकाशित कर रहा है।


भास्कर समूह का यह पत्र डीएनए वर्तमान में मुंबई, अहमदाबाद, सूरत व पुणो से प्रकाशित हो रहा है। जयपुर से पांचवें संस्करण के बाद अगले कुछ ही महीनों में बेंगलूर से भी डीएनए का प्रकाशन शुरू होने की योजना सुर्खियों में है। दक्षिण भारत में डीएनए का यह पहला संस्करण होगा। अंग्रेजी के समस्त समाचार पत्रों में डीएनए अभी आठवां सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला अखबार है। जयपुर, बेंगलूर व अन्य स्थानों से प्रकाशन के बाद डीएनए देश के सर्वाधिक पढ़े जाने वाले चुनिंदा अंग्रेजी अखबारों में शामिल होने की उम्मीद की जा रही है । डीएनए का जयपुर संस्करण पचपन हजार प्रतियों से प्रारंभ होने की सूचना है इसके साथ पूरे देश में इसकी कुल प्रसार संख्या सात हो सकती है। हाल ही में भास्कर के एक बिजनेस समाचार पत्र के लेन की भी आशा कि जा रही है ।

Thursday, June 5, 2008

महंगाई की मार, अखबारों का त्यौहार

महंगाई वैसे तो किसी के लिए जश्न का विषय नहीं हो सकती है मगर फ़िर भी अखबरों ने इसको काफी ध्यानपूर्वक छापा है कारन भी है की ये सबसे ज्यादा लोगों को प्रभावित करने वाली है इसी वजह से आज के सारे अखबरों के पहले पन्ने पर महंगाई का ही धावा है द पायोनीर की फर्स्ट लीड है इन्फ्लेसन सेट तो सौर जिसमे पेट्रोल की बढ़ी कीमतों को केन्द्र बनाया है हिन्दुस्तान टाइम्स ने अपनी लीड लगाई है इट्स ए बिटर आयल पिल जिसमे प्रधानमंत्री के वर्सन के साथ-साथ पुरा पेकेज लगाया है. वहीं द हिंदू ने भी फ्यूल की कीमतों को केन्द्र बनाया है पेट्रोल प्राईस उप बाय रुपिस थ्री एलपीजी रुपिस फिफ्टी. इसी मुद्दे पर टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने लिखा है स्टेप फ्यूल हईक अड्ड्स टू फायर. लगभग यही दशा हिन्दी के समाचार पत्रों की भी है जनसत्ता ने कीमतों के बढाव और वाम दलों की आन्दोलन धमकी को प्रमुखता से स्थान दिया है फर्स्ट लीड लगाई है पेट्रोल पांच रूपये और डीजल तीन और रसोई गैस पचास रूपये महंगी. भोपाल से निकालने वाला नवभारत अपनी पहली स्टोरी के रूप में लगाई है तौबा यह महंगाई वहीं हलकी फुल्के अंदाज़ मी पेज को रखने के लिए ऐश का वह बयां लगाया है जिसमे उसने अपने माँ बनने की ख़बर को बकवास बताया है दैनिक जागरण ने भी मेह्नागाई को ही मुद्दा बनाया है उन्होंने फिल्मी अंदाज़ में यूपीए सरकार को महंगाई की फ़िल्म का मेकर बना कर पेश किया है लिखा है यूपीए की प्रस्तुति महंगाई राज़, आज से पूरे देश में. निर्माता - मनमोहन सिंह और निदेशक मुरली देवड़ा को बनाया है साथ ही प्रधान मंत्री के हवाले से ये भी कहलवाया है कि और कोई रास्ता नहीं बचा था लीड है हाय ........मार डाला . राज एक्सप्रेस की लीड है पेट्रोलियम धमाका, देश भर में गूंज. साथ ही त्वरित टिप्पणी में हृदयेश दीक्षित लिखते है कीमत और केबिनेट की कालिदास कथा. नवदुनिया ने अपने पहले पेज के आठों कलम इसी को समर्पित करते हुए लिखा है तेल का तमाचा. यहाँ पर भी आर एस तिवारी की त्वरित टिप्पणी प्रकाशीत की गई है दैनिक भास्कर समाचार पत्र ने भी इसी समाचार को फोकस किया है तेल महंगा,भडकेगा बाज़ार. इस पत्र ने एक बेहतरीन ग्राफिक्स के साथ इस समाचार को पुरा सम्मान दिया है भास्कर ने भी तत्काल में काफी लिख है स्थ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की वह अपील छापी है जिसमे राज्य सरकारों से टेक्स कम करने की बात कही गई है

वहीं हाल ही में आरंभ हुए पत्र पत्रिका ने भी इसी मुद्दे को अपना पहला समाचार बनाया है इस संचार को पांच कालम में रखा है इन्होने यूपीए सरकार को भविष्य में आ सकने वाली दिक्कतों की और इशारा करता हुए लीड लगाई है महंगा पड़ेगा सौदा. साथ ही वीरेंद्र राजपूत की इस ख़बर को भी जगह दी है जिसमे बताया गया है कि सबसे महंगी गैस अपने राज्य में. इस संचार को पत्रिका ने शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल के विस्तार के समाचार को प्राथमिकता दी है.

Wednesday, June 4, 2008

हिन्दुस्तान की हलचल के मायने क्या है ?


नई दिल्ली से निकलने वाले हिन्दी के समाचार पत्र के पन्नों पर होने वाली हलचलों से किसी
नई उठापटक का संकेत मिल रहा है।
जून के माह के आरंभ के साथ ही हिंदुस्तान का रंग बदलने में किसी नए बदलाव की आहट है दो जून को हिन्दी हिंदुस्तान के पहले पन्ने पर पुरा एक होम एड है शायद ये पहले से मिला हुआ था आई पी एल के समाप्त होने की खुशी में ।
फूल पेज के एड में नया हिन्दुस्तान झूम रहा है
हिंदुस्तान की नई धुन पर ..... .

लिखा गया है अब आप भी झुमिये हिंदुस्तान की नई धुन पर
नया हिन्दुस्तान
अब हिन्दुस्तान की बारी है. क्या तैयारी पुरी है
इसी प्रकार हिन्दुस्तान का दूसरा पेज भी इसी तरह के सपने को समर्पित है यहाँ पर न्यूज़ के नाम पर खुछ भी नहीं है छोटे शहरों की दो बड़ी प्रतिभाएं सफलता के शिखर पर
छोटे छोटे शहरों से ये कैसा तूफ़ान उठा हर दिल में एक लौ जली. . . . . . . . .
यहाँ सीमा झा, रोहीत सागर और कवीता प्रसाद नामक पात्रों से दो हजार अठारह से लेकर ट्वेन्टी ट्वेन्टी तक के भारत के विकसीत बनने के सपने को केन्द्र बनाया गया है।
इसी पृष्ट पर हिन्दुस्तान के संपादक मृणाल पाण्डेय के सफर को पेश किया गया है महत्वाकांक्षी और हंसमुख भारत को हिन्दुस्तान का सलाम इसी पाकर यहाँ पर ही छोटे छोटे शहर ही साकार करेंगे भारत के सपने लेख के जरिये ओगिल्वी इंडिया एंड साऊथ एशिया के चेयरमेन पीयूष पाण्डेय का मत पेश किया है।
इन सभी नवाचारों से युक्त समाचारों की प्रासंगिकता क्या है ? क्या ये इस पत्र की किसी नई महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा है? जैसे कयास मीडिया मार्केट में लगाये जा रहे है उनमे तो हिन्दुस्तान के हिन्दुस्तान में अपने दायरा बढ़ने के इशारे हो रहे है।

Tuesday, June 3, 2008

अंग्रेजी के अख़बार मना नहीं पाए 'रायल्स' की जीत का जश्न

आई पी एल की जीत का जश्न, राजस्थान से भोपाल तक ।
आई पी एल सीरीज़ मी बादशाहत कायम करने वाले पड़ोसी राज्य राजस्थान का जीत का जश्न भोपाल के अखबरों में भी देखा जा सकता है जून माह के दुसरे दिन के सारे अखबारों के पहले पेज पर राजस्थान की जीत का जयगान था राष्ट्रीय सहारा लिखता है रायल्स की शाही जीत,सुपर किंग्स परास्त इस समाचार को सहारा ने फ्रंट पेज पर एक फोटो स्क्रीन के जरिये प्रस्तुत किया गया पहला फोटो गौतम सेन के बायनेम लगाया है साथ ही समाचार की कमी को पुरा करने के लिए आई पी एल के धुरंधर में शेन वाटसन,यूनुस पठान,सोहेल तनवीर ,शान मार्श का जिक्र किया गया है बाकि विवेचन अन्दर स्पोर्ट्स पेज पर है द हिंदू समाचार पत्र ने मैच के रिजल्ट आने के बाद के फोटो का इंतजार नहीं किया इसने रैना,पार्थीव शिने फॉर सुपर किंग्स साथ ही उन्होंने ऑफ़ स्पिनर यूनुस पठान के द्वारा राजस्थान को प्रभावित करने का कहा गया है मगर यह समाचार शायद मैच के हाफ से पहले ही लिख दिया गया था इसलिए कहीं भी राजस्थान के जीतने का कोई चर्चा नहीं किया है इसके बावजूद की उन्होंने आधे पेज का कवरेज़ पुरी घटना को दिया पहले पेज पर पार्थिव पटेल का फोटो लगाया है जो जो के पिचुमानी का है इसी तरह हिंदू एन अन्दर के पेज पर भी वाही काम किया है जी विश्वनाथ के समाचार में लंच ब्रेक के बाद के मचा का कोई जिक्र ही नहीं है यहाँ तक की स्कोर भी हाफ से पहले का ही है और यहाँ पर जो फोटो है वह भी ब्रेक से पहले की टीम चेंनेई की बेटिग का ही है वास्तव में किसी भी अख़बार के लिए अच्छा नहीं माना जा सकता है ।

हिन्दी के हिंदुस्तान की स्थिति भी हिंदू से ज्यादा ठीक नहीं थी यहाँ भी पहले पेज पर आई पी एक की सूचना देती हुयी एक फोटो संतोष हरहरे की है जिसमे मुम्बई के डी वाई पाटिल स्टेडियम में रविवार को आई पी एल के फायनल मैच से पहले कार्यक्रम पेश करती अभिनेत्री शमीता शेट्टी वाही इस अखबार ने कम से कम अन्दर के इंडियन प्रीमियर लीग टी ट्वेंटी नाम के पेज पर समाचार में भी राजस्थान की जीत का कहीं कोई जिक्र ही नहीं था इसमे भी पहली टीम की परी के आधार पर ही सारा मशाला डाला गया है राकेश थपलीयल के मुम्बई से लिखे समाचार में चीनी की बेटिग को ही केन्द्र मन गया ऐसा शायद इसलिए हुआ क्योंकि समाचार मैच के ख़त्म होने से पहले ही लिखा जा चुका था डेड लाइन के प्रेसर में किसी ने मैच के ख़त्म होने का इन्तजार नहीं किया ।



अब बात हिंदुस्तान टाइम्स ने भी जयपुर की जीत का कोई सीध संकेत नहीं दिया है लीड है जयपुर ट्रीयुम्फ़ आनंद वसु की एक बाय लाइन न्यूज़ है जो एक सॉफ्ट स्टोरी मात्र है इसके पेकेज में आई पी एल के अच्छे के साथ साथ कई क्षणों को याद किया गया है प्रीति जिनता के हंसने, चीयर लीडर्स के नाचने को बेड और श्रीसंत को झापड़ को अग्ली बताया गया है बस यूनुस खान के बेटिग के फोटो और दोनों टीमों के फायनल स्कोर के अलावा यहाँ पर जीत का कोई संकेत नहीं है फूल कवरेज़ बारह पेज पर था मगर यहाँ भी स्पष्ट कुछ नहीं था जो जीत को स्तःपीत करने वाला हो ।


नवभारत ने लीड रखी है रायल्स आइपीएल किंग साथ मैं एक फोटो भी लगाया है दैनिक जागरण ने पहले पेज का आधा पेज समर्पित किया है शीर्षक लिखा है 'रायल्स' रीयली किंग इस समाचार में मेन ऑफ़ मैच, मेन ऑफ़ सीरीस और फेयर प्ले के साथ साथ विजेताओं को मिलने वाली राशि का ब्योरा भी दिया गया है इसके अलावा एक खड़ी फोटो रील में पहले सहित की अदाएँ ,सलमान के ठूमके और देशी पहनावे में आई आई पी एल की कमामेंतेटर और पूर्व क्रिकेटर समेत सभी पलों को पाठक के सामने पेश करने का प्रयास किया है ।


भोपाल एक अन्य अखबार राज़ एक्सप्रेस लिखता है कि राजस्थान रायल्स को आइपीएल का ताज यहाँ भी श्सेश समाचार को खेल पेज पर लगाया गया है मगर फ़िर भी अच्छा खासा विवरण पहले पेज पर रखा है जहाँ राजस्थान की जीत की झलक दिखाई देती है इस मामले में भोपाल के ही समाचार पत्र ने अपने मध्य प्रदेश समेत अपने पड़ौसी राज्य राजस्थान में फैले अपने संस्करणों को इस जश्न में शामिल करने का मौका मिल गया है दैनिक भास्कर ने फर्स्ट लीड आईपीएल रायल्स ने रचा इतिहास रखी है इस पत्र ने अपने पहले पेज के सात कलम में एक फोटो मिक्स ग्राफिक्स का लुफ्त उठाया है यहीं मैच के अवार्ड्स और राजस्थान रायल्स की टीम के वाच को ओवर बाय ओवर बताया गया है ।


इसके आधार पर हम ये कह सकते है कि राजस्थान की जीत का मज़ा इंग्लिश के समाचार पत्रों की तुलना में हिन्दी के समाचार पत्रों ने काफी ज्यादा उठाया है जैसे भोपाल हिदी अखबारों ने किया इसके पीछे का कारण है कि इंग्लिश के समाचार पत्र वास्तव में हिन्दी के समाचार पत्रों की तुलना में ज्यादा व्यापक क्षेत्र पर फैले हुए होते है उनकी डेड लाइन ज्यादा जल्दी होती जबकि अगर समाचार ज्यादा रिलेवेंट है तो हिन्दी के अखबर अपने पत्र को लेट भले कर लेंगे मगर आइपीएल जैसी महत्वपूर्ण न्यूज़ को मिस करना नागवारा समझा ।