Thursday, May 29, 2008

आई पी एल ने इजाद किया एड्वरटाईजिंग का नया स्टाइल


कहा जाता है कि आवश्यकता आविष्कार कि जननी है। जनाब बिल्कुल बराबर कहा है इसमे कोई दोराय नहीं है। आई पी एल ने भी विज्ञापन के मामले में कुछ ऐसा ही किया है।
इस सीरिज से पहले तक क्रिकेट के मैच के दौरान स्क्रीन पर सिवाय ऊपर नीचे के कहीं भी कोई स्क्रोल या स्ट्रीप विज्ञापन नहीं दिखता था मगर इस सीरिज ने जो नया कर दिखाया वह यह है कि अब ओरिजनल व्यू को पिचहत्तर प्रतिशत तक रेडयुसकर के राइट टॉप कोर्नर में फोकस कर दिया जाता है और इससे मिलने वाली जगह को विभिन्न उत्पादों के विज्ञापन के लिए काम में ले लिया जाता है। यह सब मुख्यत उस वक्त किया जाता है किसी स्पेशल पॉइंट को फोकस नही करना होता है। फ़िर भी कई बार इसे हालत हो जाते है कि खिलाड़ियों के चेहरे या फ़िर स्कोर इन्पोस ही छुप जाते है। यहाँ अधिकतर कोल्ड ड्रिंक और फास्ट फ़ूड के होते है। कुछ ऐसे ही उदाहरण प्रस्तुत है।

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