Thursday, June 5, 2008

महंगाई की मार, अखबारों का त्यौहार

महंगाई वैसे तो किसी के लिए जश्न का विषय नहीं हो सकती है मगर फ़िर भी अखबरों ने इसको काफी ध्यानपूर्वक छापा है कारन भी है की ये सबसे ज्यादा लोगों को प्रभावित करने वाली है इसी वजह से आज के सारे अखबरों के पहले पन्ने पर महंगाई का ही धावा है द पायोनीर की फर्स्ट लीड है इन्फ्लेसन सेट तो सौर जिसमे पेट्रोल की बढ़ी कीमतों को केन्द्र बनाया है हिन्दुस्तान टाइम्स ने अपनी लीड लगाई है इट्स ए बिटर आयल पिल जिसमे प्रधानमंत्री के वर्सन के साथ-साथ पुरा पेकेज लगाया है. वहीं द हिंदू ने भी फ्यूल की कीमतों को केन्द्र बनाया है पेट्रोल प्राईस उप बाय रुपिस थ्री एलपीजी रुपिस फिफ्टी. इसी मुद्दे पर टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने लिखा है स्टेप फ्यूल हईक अड्ड्स टू फायर. लगभग यही दशा हिन्दी के समाचार पत्रों की भी है जनसत्ता ने कीमतों के बढाव और वाम दलों की आन्दोलन धमकी को प्रमुखता से स्थान दिया है फर्स्ट लीड लगाई है पेट्रोल पांच रूपये और डीजल तीन और रसोई गैस पचास रूपये महंगी. भोपाल से निकालने वाला नवभारत अपनी पहली स्टोरी के रूप में लगाई है तौबा यह महंगाई वहीं हलकी फुल्के अंदाज़ मी पेज को रखने के लिए ऐश का वह बयां लगाया है जिसमे उसने अपने माँ बनने की ख़बर को बकवास बताया है दैनिक जागरण ने भी मेह्नागाई को ही मुद्दा बनाया है उन्होंने फिल्मी अंदाज़ में यूपीए सरकार को महंगाई की फ़िल्म का मेकर बना कर पेश किया है लिखा है यूपीए की प्रस्तुति महंगाई राज़, आज से पूरे देश में. निर्माता - मनमोहन सिंह और निदेशक मुरली देवड़ा को बनाया है साथ ही प्रधान मंत्री के हवाले से ये भी कहलवाया है कि और कोई रास्ता नहीं बचा था लीड है हाय ........मार डाला . राज एक्सप्रेस की लीड है पेट्रोलियम धमाका, देश भर में गूंज. साथ ही त्वरित टिप्पणी में हृदयेश दीक्षित लिखते है कीमत और केबिनेट की कालिदास कथा. नवदुनिया ने अपने पहले पेज के आठों कलम इसी को समर्पित करते हुए लिखा है तेल का तमाचा. यहाँ पर भी आर एस तिवारी की त्वरित टिप्पणी प्रकाशीत की गई है दैनिक भास्कर समाचार पत्र ने भी इसी समाचार को फोकस किया है तेल महंगा,भडकेगा बाज़ार. इस पत्र ने एक बेहतरीन ग्राफिक्स के साथ इस समाचार को पुरा सम्मान दिया है भास्कर ने भी तत्काल में काफी लिख है स्थ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की वह अपील छापी है जिसमे राज्य सरकारों से टेक्स कम करने की बात कही गई है

वहीं हाल ही में आरंभ हुए पत्र पत्रिका ने भी इसी मुद्दे को अपना पहला समाचार बनाया है इस संचार को पांच कालम में रखा है इन्होने यूपीए सरकार को भविष्य में आ सकने वाली दिक्कतों की और इशारा करता हुए लीड लगाई है महंगा पड़ेगा सौदा. साथ ही वीरेंद्र राजपूत की इस ख़बर को भी जगह दी है जिसमे बताया गया है कि सबसे महंगी गैस अपने राज्य में. इस संचार को पत्रिका ने शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल के विस्तार के समाचार को प्राथमिकता दी है.

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